जब कभी लड़खड़ाउंगी… जानती हूँ…तुम संभाल लोगे जब कभी लड़खड़ाउंगी… जानती हूँ…तुम संभाल लोगे
राधा रूप निरख जब कान्हा सुध बुध भूले बीती रात कमल दल फूले राधा रूप निरख जब कान्हा सुध बुध भूले बीती रात कमल दल फूले
धनंजय तुम रत्नों के ढेर पर बैठे देखा किये, मेरा तिरस्कार धनंजय तुम रत्नों के ढेर पर बैठे देखा किये, मेरा तिरस्कार
पर मेरी प्रीत..बस मेरी जीत पर मेरी प्रीत..बस मेरी जीत
तन कृष्णा कृष्णा है मन कृष्णा कृष्णा है तेरी प्रीत की तृष्णा है। तन कृष्णा कृष्णा है मन कृष्णा कृष्णा है तेरी प्रीत की तृष्णा है।
मेरे सेंटा मेरे पापा साथ हर दिन निभाते हैं रात हो या दिन मेरी हर मुस्कराहट की खातिर मेरे सेंटा मेरे पापा साथ हर दिन निभाते हैं रात हो या दिन मेरी हर मुस्कर...